Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव अपने पूरे सबाब पर है. पार्टियां लगातार प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है. वहीं, दलों के नेताओं, विधायकों का पाला बदलने का खेल भी लगातार चल रहा है. बाबा के नाम से फेमस रामनिवास मीणा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है.

Ramnivas Meena Join BJP: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 22 नवंबर को वोट डाले जाने हैं. वहीं, राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी, इसका फैसला 3 दिसंबर को हो जाएगा. वहीं, मतदान से पहले सभी पार्टियां कुल 200 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी करने में लगी हुई है. इसके साथ ही नेताओं और विधायकों के पार्टी बदलने का खेल भी शुरू हो चुका है. वहीं, कई ऐसे लोग भी राजनैतिक दल ज्वाइन कर रहे हैं, जिनकी राज्य में अच्छी पकड़ मानी जाती है. इसी कड़ी में राजस्थान के दिग्गज नेता माने जाने वाले रामनिवास मीणा ने गुरुवार रात बीजेपी का दामन थाम लिया है. ऐसे में सियासी गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या रामनिवास मीणा के बीजेपी ज्वाइन करने से अशोक गहलोत को नुकसान पहुंच सकता है?
रामनिवास मीणा राजस्थान के दिग्गज नेता माने जाते हैं. वह एक किसान नेता के तौर पर प्रसिद्ध हैं, साथ ही पानी वाले बाबा के नाम से लोग उनको बुलाते हैं. उनकी पूर्वी राजस्थान में अच्छी पकड़ मानी जाती है. उन्होंने यहां लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए काफी प्रयास किया है. इसके लिए उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना (ERCP) के तहत जोड़ने की मांग की थी. हालांकि, इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगाती रहती हैं. हालांकि, रामनिवास मीणा की ये मांग अब तक पूरी नहीं हुई.
ऐसे में उन्होंने अब बीजेपी ज्वाइन कर ली है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर पानी वाले बाबा को पार्टी ज्वाइन कराई. इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी मौजूद रहे. रामनिवास मीणा के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात ने कहा कि रामनिवास मीणा को पानी वाले बाबा के नाम से जाना जाता है. इनके बीजेपी में आने से पार्टी पूर्वी राजस्थान में मजबूत होगी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रामनिवास के ज्वाइन करने से पूर्वी राजस्थान में बीजेपी के शक्ति और सामर्थ्य में वृद्धि हुई है. अब बीजेपी की जीत सुनिश्चित हो गई है. जो षडयंत्र कांग्रेस और अशोक गहलोत सरकार ने ERCP को लेकर किया था. उस प्रोजेक्ट को पूरा करने में निश्चित सफलता प्राप्त होगी.
इस दौरान रामनिवास मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है कि देश के हर घर को नल से जोड़ेंगे. भ्रष्ट कांग्रेस सरकार ने जल जीवन मिशन में कोई काम नहीं किया है. इसको लेकर केंद्र ने जो पैसे भेजे थे, उससे खर्च तो किया गया, लेकिन सुविधा 30 फीसदी भी नहीं हो पाई.
बता दें कि रामनिवास मीणा की पूर्वी राजस्थान में अच्छी पकड़ मानी जाती है. उन्होंने यहां ERCP को लेकर आंदोलन छेड़ा हुआ है. यही वजह है कि यहां की जनता उन्होंने पानी वाले बाबा के नाम से जानती हैं. ऐसे में जब रामनिवास मीणा बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं तो कहीं सीएम अशोक गहलोत को नुकसान तो नहीं होगा, ये तो अब चुनाव परिणाम के बाद ही पता चल पाएगा.
बता दें कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में ERCP के लिए खाका तैयार किया गया था. इसके तहत पार्वती, चंबल और कालीसिंध नदी को जोड़ने की बात कही गई है. अगर यह परियोजना धरातल पर उतर जाती है तो पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, करौली, टोंक, दौसा, सवाई-माधोपुर, अलवर, बारा, झालावाड़, भरतपुर, धौलपुर, बूंदी और कोटा को पानी के संकट से निजात मिल सकती है.