Sharad Pawar News: शरद पवार ने नवी मुंबई में कहा कि हम वो लोग हैं जो डरने वालों में से नहीं है. बारिश के बीच उन्होंने संदेश दिया कि हालात कितने भी कठिन क्यों ना हों वो पीछे हटने वाले नहीं है. खास बात यह है कि 2023 का यह भाषण 2019 की याद दिला गया.

Sharad Pawar Speech in Rain: सियासत में शरद पवार को यूं हीं चाणक्य नहीं कहा जाता है. हालात को भांप कर फैसले लेने में उनकी सानी नहीं है. पवार ने अपने राजनीतिक सफर में कई चुनौतियों का सामना किए और राजनीतिक भंवर से खुद को निकालने में कामयाब रहे. इस समय वो अपने परिवार से चुनौती का सामना कर रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच उन्होंने बारिश में भींगते हुए लोगों को संबोधित किया जो 2019 की एक घटना को याद दिला गई. 82 की उम्र में भी कम नहीं है शरद पवार को जोश, इस फोटो को देखकर आप भी यही कहेंगे.
2019 में बारिश के बीच दिया था भाषण
2019 का वो साल था. महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव हो रहा था और केंद्रीय एजेंसियां उनके पीछे पड़ी हुई थीं. शरद पवार कहा करते थे कि जो भी कुछ हो रहा है वो राजनीतिक प्रतिशोध है. लेकिन वो किसी से डरने वाले नहीं हैं. बारिश में भींगते हुए उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि फैसला आपको करना है कि क्या उन्होंने कुछ गलत किया है. उनकी अपील काम भी कर गई और एनसीपी को शानदार नतीजे मिले. एक बार फिर उनका एक भाषण चर्चा में है.
‘हम वो लोग जो आसानी से नहीं हारते’
26 नवंबर को शाम के समय पवार ने नवी मुंबई में पार्टी के एक कार्यक्रम में भाग लिया जहां सुबह से बारिश हो रही थी. जैसे ही उन्होंने भाषण शुरू किया, हल्की बारिश होने लगी. हालांकि वो डटे रहे. बारिश के बीच कहा कि आज बारिश के कारण यहां हमारी योजनाएं बाधित हो गई हैं. लेकिन हम वो लोग हैं जो इतनी आसानी से हार नहीं मानेंगे, पीछे नहीं हटेंगे. हमें भविष्य में भी अपना संघर्ष जारी रखने की जरूरत है.कार्यक्रम में बारिश में भीगे राकांपा प्रमुख की तस्वीरें और वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिन्हें देखकर उनके समर्थकों को चार साल पहले का उनका संबोधन याद आ गया.महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से तीन दिन पहले 18 अक्टूबर, 2019 को, पवार लोकसभा उपचुनाव के लिए राकांपा उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार के लिए सतारा में थे। इस दौरान उन्होंने भारी बारिश में भीगते हुए भाषण किया था। इस चुनाव में उनकी पार्टी को 54 सीट पर जीत मिली थी, जो 2014 की तुलना में 13 अधिक थीं.