Jharkhand School no Toilet: झारखंड में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है, जहां बच्चों के खेलने के लिए स्टेडियम तो मौजूद है, लेकिन शौचालय नहीं. आलम यह है कि यहां पढ़ने वाली लड़कियां टॉयलेट न जा सकें, इसके लिए कम पानी पीने और भोजन करने को मजूबर हैं.

Toilet Facility in Jharkhand: जिस देश में खुद प्रधानमंत्री शौचालय निर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं. उस देश के एक सरकारी स्कूल में एक अदद शौचालय तक न हो तो इस बात का अंदाजा खुद लगाया जा सकता है कि विकास की तस्वीर क्या होगी. ऐसा ही एक मामला झारखंड के चतरा जिले में देखने को मिला है. यहां के एक सरकारी स्कूल में करीब 1100 बच्चे पढ़ाई करते हैं, लेकिन उनके इस्तेमाल के लिए एक शौचालय तक नहीं है. ये आलम तब है, जब वहां स्टेडियम तक मौजूद है. 

5 एकड़ में स्कूल

मिली जानकारी के अनुसार,  चतरा जिले के मयूरहंड ब्लॉक मुख्यालय से लगभग एक किलोमीटर दूर स्वामी विवेकानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है. यह स्कूल पूरे 5 एकड़ में फैला हुआ है. यहां लगभग 11,00 विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं, जिनमें 700 के करीब लड़कियां भी हैं. इसके अलावा स्कूल में टीचर्स भी हैं. इस स्कूल में स्टेडियम तो मौजूद है, लेकिन वर्तमान में एक भी शौचालय नहीं है.

विकल्प नहीं

स्कूल में शौचालय न होने के चलते लड़कियां कम भोजन और पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे उनको शौचालय की जरूरत महसूस न हो सके. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्कूल की मरम्मत के लिए नियुक्त ठेकेदार ने मौजूद शौचालयों को तोड़ दिया, लेकिन उसका विकल्प मुहैया नहीं कराया. जानकारी के अनुसार, स्कूल प्रशासन ने इसको लेकर जिला अधिकारी और राज्य शिक्षा विभाग को सूचित कर दिया है, लेकिन अभी तक कोई तत्काल रास्ता नहीं निकाला गया है.

किराये पर शौचालय

रिपोर्ट्स के अनुसार, स्कूल में पढ़ने वाले लड़के और पुरुष शिक्षक जंगल या खेत का सहारा लेकर नित्य कर्म कर लेते हैं. वहीं, स्कूल में मौजूद 20 शिक्षकों में से 3 महिलाएं हैं और 2 महिला कर्मचारी भी हैं, वह वॉशरूम अटैच किराये पर लेकर अपना काम चला रही हैं. हालांकि, इसके लिए उनको अधिक पैसा खर्च करना पड़ रहा है. 

समाधान

वहीं, राज्य शिक्षा विभाग का कहना है कि इन दिनों राज्य के 113 स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं के लिए निर्माण कार्य चल रहा है. शौचालय सुविधा के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया गया है, जल्द इस समस्या का समाधान निकला जाएगा.