पूर्वी व पश्चिमी गेट बैरियर पर वाहन पास की चेकिंग की जा रही है

Taj Mahal: केरल में धमाके के बाद ताजमहल पर बढ़ाई है सतर्कता। पूर्वी व पश्चिमी गेट बैरियर पर वाहन पास की चेकिंग की जा रही है। उन्हें पास चेक करने के बाद ही जाने दिया जा रहा है। वहीं क्यूआरटी सक्रिय है। टीमें पर्यटकों के बैग देख रही हैं। लाकर रूम में सामान रखने के बाद सैलानियों को जाने दिया जा रहा है।
ताजमहल की सुरक्षा पर हर साल 40 करोड़ का खर्चा होता है। कई प्रकार की सुरक्षा एजेंसियां ताजमहल को सुरक्षा मुहैया कराती हैं, लेकिन इसके बावजूद ड्रोन और फ्लाइट की उड़ान सुरक्षा एजेंसियों की धड़कने बढ़ा देती हैं। अब ताज की सुरक्षा में लगी एजेंसियों की मांग है कि ताजमहल को नो फ्लाइंग जोन (No Flying Zone) बनाया जाए ताकि विश्व प्रसिद्ध स्मारक को ड्रोन हमलों से सुरक्षित रखा जाए। हालांकि इसके लिए गृह मंत्रालय ने एसओपी के जरिए एक समिति का गठन भी किया है, जिस पर एडीजी सुरक्षा 30 अप्रैल को मंथन कर चुके हैं।
मोहब्बत की निशानी ताजमहल को देखने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं। दुनिया भर में प्रसिद्ध शख्सियतों ने ताज को निहारा औ इसकी खूबसूरती की जी भर के तारीफें की हैं। मगर ताज की सुरक्षा अभेद्य नहीं है। दरअसल ताजमहल के आसपास ड्रोन या प्लेन तक उड़ चुके हैं, जिससे ताज की सुरक्षा को खतरा महसूस किया गया है। पिछले वर्ष शाहजहां के उर्स के दौरान एक प्लेन ताजमहल के बेहद करीब से उड़ा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और सुर्खियां बना। अप्रैल के महीने में एडीजी सुरक्षा ने भी ताजमहल की सुरक्षा का जायजा लिया और जरूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।