Ketu transit 2023: केतु ग्रह 30 अक्टूबर को कन्या राशि में प्रवेश करेगा, यहां पर 18 माह तक रहने वाला है. मार्च 2025 तक कन्या राशि में रहते हुए केतु ग्रह सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालने वाला है. इस लेख में कुंभ राशि के लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझते हैं.

Ketu transit in virgo: ग्रहों का राशियों में परिवर्तन और वहां पर प्रवास करना एक स्वाभाविक व्यवस्था का हिस्सा है. सभी ग्रह इस प्रक्रिया को अपनाते हुए एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. राशि परिवर्तन के इसी क्रम में केतु ग्रह 30 अक्टूबर को कन्या राशि में प्रवेश करेगा, यहां पर 18 माह तक रहने वाला है. मार्च 2025 तक कन्या राशि में रहते हुए केतु ग्रह सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालने वाला है. इस लेख में कुंभ राशि के लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझते हैं.
केतु के कन्या राशि में प्रवास के परिणामस्वरूप कुंभ राशि वाले लोगों को मिले जुले परिणाम देखने को मिलेंगे जहां एक ओर आप कर्मठ बनेंगे तथा काम को और बेहतर ढंग से करते हुए नजर आएंगे, तो वहीं पुरानी गलतियों से सीखते हुए मजबूत बनना होगा और इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जो गलती कर चुके हैं उसे फिर से न दोहराएं. यदि किन्हीं कामों को अधूरा छोड़ दिया है तो उन्हें फिर से करना होगा इसलिए अधूरा छोड़ने के बजाय पूरा करें. मानसिक उलझनों में वृद्धि बनी रहेगी.
बिजनेस – कारोबार में खर्चों में वृद्धि तो होगी साथ ही धन प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं, इसलिए बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है. आगे चलकर आपको आर्थिक तंगी का सामना न करने पड़े इसके लिए आपको हिसाब से खर्च करना चाहिए.
करियर – युवाओं को अपने क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी. यह सफलता उनके मान सम्मान में वृद्धि करने का काम करेगी. आपको अपनी सामाजिक छवि का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा. सामाजिक दृष्टि से आपको श्रेष्ठ आचरण का प्रदर्शन करना होगा.
रिलेशनशिप – पारिवारिक दृष्टि से समय सामान्य रहेगा. जिम्मेदारियों से भागने के बजाय उसे अच्छे से निभाने का प्रयास करना चाहिए. भाई बहनों से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं. वाद-विवाद की स्थिति में माहौल का शांत रखें. परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जीवनसाथी से उलझने से बचें. जीवनसाथी की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं. साधना करने के लिए समय उत्तम है, जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं. धार्मिक प्रवृत्ति के बनेंगे, जो आपको समस्याओं से पार लगाने में मदद करेगा. लंबी यात्रा करने के अवसर मिलेंगे, आपको धर्म-कर्म के कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए.
सेहत – सेहत के मामले में फोड़े – फुंसी, रक्त संबंधी अशुद्धियां के रोग आपको परेशान कर सकते हैं. यदि आप शुरूआती दौर में ही इलाज कर लेंगे तो समस्या को बढ़ने से रोक लेंगे अन्यथा आपकी तकलीफ काफी हद तक बढ़ सकती है. रक्त विकार के रोग से भी परेशान हो सकते है, जैसे- हीमोग्लोबिन की कमी या फिर ब्लड इंफेक्शन आदि. इस ओर सचेत रहें.