Shri Ram Janmabhoomi: अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किए जाने के लिए रामलला की अंतिम तीन मूर्तियों में से एक का चयन 16 जनवरी तक पूरा हो पाएगा.वहीं, आम श्रद्धालु को इसकी पहली झलक प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) समारोह के दौरान ही मिल पाएगी.

Ramlala idol pran pratishtha: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या (Ayodhya) में काफी तेजी से बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित करने के लिए आखिरी तौर पर शहर के तीन अलग-अलग स्थानों पर पहले से ही गढ़ी गई राम लला की तीन मूर्तियों को चुना गया है. अब इनमें से किस मूर्ति को नवनिर्मित मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा? यह सस्पेंस अभी कुछ दिन और बने रहने की संभावना है.
हालांकि, एक आम श्रद्धालु को रामलला की फाइनली चुनी हुई मूर्ति की पहली झलक तब मिल पाएगी जब इसको 16 से 22 जनवरी के बीच सात दिवसीय ‘प्राण प्रतिष्ठा’ अनुष्ठान के हिस्से के रूप में नगर यात्रा के लिए बाहर ले जाया जाएगा.
पूरी चयन प्रक्रिया में बाहरी लोगों की कोई भूमिका नहीं, ट्रस्ट करेगा अंतिम निर्णय
राम मंदिर निर्माण से जुड़े एक उच्च स्तरीय सूत्र ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने शुक्रवार को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाली रामलला की मूर्ति के चयन पर विचार-विमर्श किया, लेकिन अंतिम निर्णय होना बाकी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल रामलला की मूर्ति का चयन गुप्त रहेगा. यह चयन ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा बहुमत मत के माध्यम से किया जाएगा, किन निर्णय सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों के अलावा किसी को भी चयनित मूर्ति को देखने या उसके बारे में जानने का मौका भी नहीं मिलेगा. इस पूरी चयन प्रक्रिया में बाहरी लोगों की कोई भूमिका नहीं है. हालांकि, वे केवल राय दे सकते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा ही लिया जाएगा.
तीन से चार दिन में तैयार होगी रामलला की मूर्ति की पृष्ठभूमि
राम मंदिर से जुड़े एक अन्य सूत्र का कहना है कि गर्भगृह में स्थापित किए जाने के लिए रामलला की मूर्ति का अंतिम चयन हो जाने के बाद उसे सिंहासन पर स्थायी रूप से स्थापित करने, जरूरी प्रकाश का इंतजाम करने में तीन से चार दिन लगेंगे. यह गर्भगृह की आभा को और ज्यादा बढ़ाएंगे. साथ ही गर्भगृह के खांचे और फिटिंग को फाइनल टच देंगे. रामलला की मूर्ति के पृष्ठभूमि के साथ मिलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली सामग्रियों को भी तैयार किया जा चुका है.
16 जनवरी तक पूरी हो जाएगी रामलला की मूर्ति की चयन प्रक्रिया
भव्य राम मंदिर के निर्माण से जुड़े पदाधिकारियों का दावा है कि गर्भगृह में स्थापित करने के लिए तैयार तीन में से रामलला की एक मूर्ति की चयन प्रक्रिया 16 जनवरी से पहले पूरी हो जाएगी. इसके बाद प्रतिष्ठा अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू होने पर साधु, संतों और पुजारियों के सामने रामलला की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा. हालांकि, इस दौरान उनके लिए रामलला की मूर्ति की तस्वीरें या वीडियो साझा करने पर सख्त तौर से पाबंदी होगी.
गर्भगृह में चार से पांच साल की उम्र के भगवान राम की होगी मूर्ति
बहरहाल, रामलला की मूर्ति के फाइनल चयन पर अभी भी भले ही सस्पेंस बना हुआ है, लेकिन इस बात की पुष्टि हो गई है कि मूर्ति में चार से पांच साल की उम्र के भगवान राम को दर्शाया जाएगा. साथ ही यह 51 इंच लंबा (4.25 फीट) होगा. अभी तक फाइनल रामलला की तीन मूर्तियों में से दो कर्नाटक से लाए गए पत्थरों से बनाई गई हैं, जबकि तीसरी मूर्ति राजस्थान के मकराना संगमरमर से बनाई गई है. साथ ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के स्तंभों पर सनातन धर्म की अद्भुत झलक उकेरी गई हैं.