Ayodhya News: अयोध्या से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है. रामलला के दर्शन को गए कांग्रेस नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस का आरोप है कि दबंगों ने उनके साथ मारपीट की और पार्टी का झंडा भी फाड़ दिया.

Ayodhya News: अयोध्या से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है. रामलला के दर्शन को गए कांग्रेस नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस का आरोप है कि दबंगों ने उनके साथ मारपीट की और पार्टी का झंडा भी फाड़ दिया. यूपी के कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में ये नेता मकर संक्रांति पर सरयू स्नान के बाद राम लला का दर्शन करने जा रहे थे. मंदिर के बाहर ही कांग्रेस नेताओं को दबंगों ने घेर लिया और हमला कर दिया. सुरक्षाकर्मियों के बीच-बचाव से बाद मामला शांत हो सका.

अयोध्या में कांग्रेस नेताओं पर हमला

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सोमवार को अयोध्या पहुंचे थे. सरयू में स्नान के बाद कांग्रेस नेता राम मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे. कुछ नेता मंदिर में प्रवेश कर गए और कुछ बाहर थे. अराजक तत्व कांग्रेस का झंडा देख भड़क गए और इसे हटाने के लिए कहा. बात बढ़ती चली गई और कांग्रेस कार्यकर्ता अनोखे लाल के हाथ से दबंगों ने झंडा छीनकर फाड़ दिया.

महिला कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप

मौके पर मौजूद कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता ने कहा कि आरोपियों ने मारपीट भी की. अगर बीच-बचाव नहीं किया गया होता तो दबंग कांग्रेस कार्यकर्ता को जान से मार देते. उन्होंने आरोप लगाया कि हमला करने वाले भाजपा के लोग थे. जब इस बारे में कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है. हम तो दर्शन करने आए हैं.

मकर संक्रांति पर पहले से थी योजना

इससे पहले खबर आई थी कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बावजूद, पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई ‘मकर संक्रांति’ पर मंदिर शहर का दौरा करने के अपने कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ने की अपनी योजना पर कायम है. कांग्रेस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि कांग्रेसियों का सरयू में पवित्र डुबकी लगाने का कार्यक्रम है जिसके बाद वे हनुमान गढ़ी मंदिर और राम लला के दर्शन करेंगे.

कांग्रेस ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से बनाई दूरी

याद दिला दें कि पिछले हफ्ते, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अभिषेक समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा और आरएसएस के नेताओं द्वारा ‘अधूरे’ मंदिर के उद्घाटन के पीछे के मकसद पर सवाल उठाया था. हालांकि, अजय राय ने कहा था कि वह पार्टी के अन्य नेताओं के साथ ‘मकर संक्रांति’ पर मंदिर शहर का दौरा करने के अपने कार्यक्रम पर कायम हैं.

राम मंदिर पर गरमाई सियासत

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सियासत गरमाई हुई है. 22 जनवरी को मंदिर में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. देश-दुनिया की तमाम हस्तियों को महा आयोजन में शामिल होने का न्योता दिया गया है. विपक्षी दल के नेताओं को भी न्योता दिया गया है. लेकिन ज्यादातर विपक्षी नेताओं ने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया है. विपक्ष के कई नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ इसलिए की जा रही है कि चुनाव में इसका लाभ मिल सके.