India Maldives Conflict: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से कंपाला में मुलाकात की. जयशंकर ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच ‘फ्रैंक बातचीत’ हुई.

India Maldives News: भारत और मालदीव के रिश्तों में आई तल्खी के बीच गुरुवार को एक अहम बैठक हुई. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने युगांडा की राजधानी कंपाला में मुलाकात की. दोनों नेता वहां गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए हैं. विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने X (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में अपने समकक्ष मूसा जमीर से मुलाकात की जानकारी दी. एक फोटो शेयर करते हुए जयशंकर ने कहा कि मूसा के साथ भारत-मालदीव संबंधों पर ‘स्पष्ट’ चर्चा हुई. जयशंकर ने मुलाकात के बारे में और कोई डिटेल नहीं दी मगर पोस्ट में Frank शब्‍द का इस्‍तेमाल ही बहुत था. X पर भी लोगों ने यह बात नोटिस की. करियर डिप्‍लोमेट रहे जयशंकर का ‘फ्रैंक’ शब्द यूज करना बताता है कि भारत ने मालदीव को दो टूक समझा दिया है.

अभी चीन की गोद में जा बैठे मालदीव को आगे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. चीन के प्रभाव में आकर ही राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद मुइज्‍जू ने भारत से कहा कि वह मालदीव में मौजूद अपने सैनिकों को वापस बुला ले. इसके लिए मालदीव ने 15 मार्च की डेडलाइन तय की है.

मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी पर भी बात

मंत्रियों के बड़बोलेपन की वजह से भारत के साथ मालदीव के संबंध काफी बिगड़ चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां हुईं. फिर मुइज्‍जू भारत के बजाय चीन की यात्रा पर चले गए. इससे भी विवाद को हवा मिली. गुरुवार को जयशंकर और मूसा की बैठक में पूरे घटनाक्रम को लेकर ‘फ्रैंक’ बातचीत हुई. जमीर ने X पर लिखा कि उन्होंने जयशंकर के साथ भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर भी बात की.

सैनिकों की वापसी के मुद्दे पर ‘हाई लेवल कोर ग्रुप’ बना है जिसकी पहली मीटिंग माले में हो चुकी है. अगली बैठक फरवरी में नई दिल्‍ली में प्रस्तावित है. हिंद महासागर क्षेत्र में स्थित मालदीव भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है. मुइज्‍जू सरकार आने से पहले भारत और मालदीव के रिश्ते लगातार नई ऊंचाइयां छू रहे थे मगर कुछ ही महीनों में स्थिति काफी बदल गई है.