पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, यदि राशि के अनुसार जातक महादेव की पूजा करते हैं तो सभी दूख दूर हो जाते हैं।

धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव का सर्वशक्तिमान माना जाता है और हर माह प्रदोष व्रत के दौरान भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है और भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, यदि राशि के अनुसार जातक महादेव की पूजा करते हैं तो सभी दूख दूर हो जाते हैं।

वैशाख माह का पहला प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के पहला प्रदोष व्रत 5 मई को रखा जाएगा। इस दिन रविवार होने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 5 मई को शाम 5.41 बजे आरंभ होगी और 6 मई 2024 को दोपहर 2.40 बजे समाप्त होगी। ऐसे में प्रदोष व्रत 5 मई को ही रखा जाना उचित होगा। इस दिन शिव पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 06.59 बजे से 09.06 बजे तक रहेगा

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