सार

वापसी के बाद तीन महीने के अंदर बुमराह का आत्मविश्वास लौट चुका है और साथ ही वह लगातार 140+ की गति से गेंद फेंक रहे हैं। अब वह पहले से कहीं अधिक खतरनाक भी दिखाई दे रहे हैं।

विस्तार

जसप्रीत बुमराह के लिए एशिया कप 2023 से पहले 12 महीने काफी कठिन रहे थे। उन्हें 2022 एशिया कप के समय चोट लगी थी और वह एक साल तक क्रिकेट से दूर रहे थे। इस दौरान न तो वह 2022 टी20 विश्व कप खेले और न ही आईपीएल 2023 में हिस्सा लिया। उनकी कमी टीम इंडिया को साफ महसूस हुई थी और टीम इंडिया न तो 2022 एशिया कप और न ही 2022 टी20 विश्व कप जीत पाई थी। एशिया कप 2023 से ठीक पहले आयरलैंड दौरे पर बुमराह ने वापसी की और उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके सितारे बुलंद हैं। मैदान में वापसी के बाद से बुमराह ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। वह और भी घातक हो गए हैं। विपक्षी टीमों को शुरुआती 10 ओवर में और आखिरी 10 ओवर में बुमराह को खेलना मुश्किल हो रहा है।  

वापसी के बाद और भी घातक हुए बुमराह

वापसी के बाद तीन महीने के अंदर बुमराह का आत्मविश्वास लौट चुका है और साथ ही वह लगातार 140+ की गति से गेंद फेंक रहे हैं। अब वह पहले से कहीं अधिक खतरनाक भी दिखाई दे रहे हैं। वापसी के बाद से बुमराह ने वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की 13 पारियों में 26 विकेट चटकाए हैं। उनकी अनुपस्थिति के दौरान क्रिकेट फैंस ने कई सवाल खड़े किए थे। उन्होंने मीम्स की बौछार कर दी थी। हालांकि, मैदान से बाहर रहने के दौरान बुमराह ने एनसीए में कड़ी मेहनत की। अपनी अनुपस्थिति को लेकर हो रही आलोचनाओं और अफवाहों से अवगत होने के बावजूद बुमराह बाहरी शोर से बेपरवाह रहे और अब उन्होंने भारतीय टीम में अपनी वापसी पर संतोष व्यक्त किया है।

बुमराह ने आलोचकों को क्या कहा?

बुमराह ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा- मेरी पत्नी [स्पोर्ट्स प्रेजेंटर संजना गणेशन] भी खेल-मीडिया विभाग में काम करती हैं। तो हां, मैंने अपने करियर पर बहुत सारे सवालिया निशान सुने थे कि मैं कभी वापस नहीं आऊंगा या वापसी नहीं कर पाऊंगा। हालांकि, यह सब सच में मेरे लिए मायने नहीं रखता। मैं फिलहाल बहुत खुश हूं।मैंने वापसी की और मुझे अहसास हुआ कि मुझे क्रिकेट खेलना कितना पसंद है। मैं किसी चीज का पीछा नहीं कर रहा था। जब मैं चोट से वापसी कर रहा था तो मेरे पास काफी समय और अच्छा माहौल था। मैं सकारात्मक चीजों को देख रहा हूं और जितना हो सके उतना आनंद लेने की कोशिश कर रहा हूं।

विश्व कप में बुमराह का शानदार प्रदर्शन

बुमराह ने विश्व कप में अब तक छह मैचों में 14 विकेट चटकाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ जीत में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई और 32 रन देकर तीन विकेट लिए। इसकी मदद से भारत ने 230 रन चेज कर रही इंग्लैंड की टीम को 129 रन पर समेट दिया। बुमराह ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड के खिलाफ मैच भारत के लिए एक अच्छी चुनौती थी। साथ ही लक्ष्य का बचाव करते हुए अपने विचार भी साझा किए।

इंग्लैंड के खिलाफ मैच को लेकर बुमराह का बयान

उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए अच्छी चुनौती थी कि हम दबाव में थे। हमने शुरुआत में कुछ विकेट गंवा दिए। हमें मैदान में भी दबाव बनाना पड़ा और हमें काफी प्रयास करना पड़ा। इस परिणाम से बहुत खुश हूं। यह नतीजा हमारे लिए वास्तव में अच्छा था क्योंकि हम पहले फील्डिंग कर रहे थे और हम पिछले कुछ समय से ऐसा कर रहे थे। पिछली सीरीज में भी भारत ने लक्ष्य का पीछा किया था, जिसमें मैं खेला था। ऐसे में लक्ष्य का बचाव करके अच्छा महसूस हुआ। 

उन्होंने कहा,

‘आमतौर पर जब आप नई गेंद से गेंदबाजी करते हो तो आप स्विंग की तलाश करते हो। अन्यथा, आप बस एक एक अच्छे लेंथ को हिट करने की कोशिश करते हैं और इसे जितना संभव हो उतना मुश्किल बनाते हैं। लखनऊ में थोड़ा स्विंग था, लेकिन मेरी तरफ से बहुत ज्यादा नहीं कहूंगा। इसके बाद मैंने गेंद को अधिक से अधिक सीम करने की कोशिश की जिससे थोड़ी मदद मिल रही थी। इसके बाद मैंने सीम गेंदबाजी में बदलाव किया।

भारत बनाम इंग्लैंड - फोटो : सोशल मीडिया

मैच की बात करें तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 229 रन बनाए थे। कप्तान रोहित ने 101 गेंद में 10 चौके और तीन छक्के की मदद से 87 रन की पारी खेली, जबकि सूर्यकुमार यादव ने आखिर में 47 गेंद में उपयोगी 49 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 34.5 ओवर में 129 रन पर सिमट गई थी। लियम लिविंगस्टोन (27) को छोड़कर कोई इंग्लिश बल्लेबाज 20+ का स्कोर नहीं बना सका। टीम इंडिया ने 100 रन से मैच अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही भारत के अब छह मैच में 12 अंक हो गए हैं और वह सेमीफाइनल में पहुंचने के करीब है। दूसरी ओर, इंग्लैंड को छह मैचों में पांचवीं हार मिली है और उसके सिर्फ दो अंक हैं। भारत की इंग्लैंड पर विश्व कप में 20 साल में यह पहली जीत है। उसे पिछली जीत 2003 में मिली थी। उसके बाद 2011 में दोनों टीमों के बीच मुकाबला टाई रहा था। वहीं, 2019 में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था।