US-China Relations: बाइडेन और शी इस बात पर सहमत हुए कि चीन ओपिओइड फेंटेनाइल के उत्पादन से संबंधित वस्तुओं के निर्यात को रोक देगा, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में नशीली दवाओं के ओवरडोज़ का एक प्रमुख कारण है.

World News in Hindi: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी नेता शी जिनपिंग ने बुधवार को एक राष्ट्रपति हॉटलाइन खोलने, मिलिट्री-टू-मिलिट्री कम्युनिकेशन फिर से शुरू करने और फेंटेनाइल उत्पादन पर अंकुश लगाने के लिए काम करने पर सहमति व्यक्त की.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन और शी इस बात पर सहमत हुए कि चीन ओपिओइड फेंटेनाइल के उत्पादन से संबंधित वस्तुओं के निर्यात को रोक देगा, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में नशीली दवाओं के ओवरडोज़ का एक प्रमुख कारण है.

बाइडेन ने कहा, ‘यह लोगों की जान बचाने वाला है.’ उन्होंने इस मुद्दे पर शी की ‘प्रतिबद्धता’ की सराहना की. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने मीडिया से कहा, समझौते के तहत, चीन सीधे उन विशिष्ट रासायनिक कंपनियों के पीछे जाएगा जो फेंटेनाइल प्रीकर्सर बनाती हैं.  आखिर यह फेंटेनाइल पर रोक का मुद्दा इतना अहम कैसे हो गया जिस पर यह दोनों महाशक्तियां भी साथ काम करने को तैयार हो गईं.  

बेहद खतरनाक है फेंटेनाइल
द गार्डियन की एक रिपोर्ट के मुतबिक फेंटेनल हेरोइन से 50 गुना अधिक स्ट्रॉन्ग है और इसे तेजी से अन्य अवैध ड्रग्स के साथ मिलाया जा रहा है, जिसके अक्सर घातक परिणाम होते हैं.  

यूएस ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) ने कहा है कि फेंटेनाइल बड़े पैमाने पर मेक्सिको में ड्रग कार्टेल के माध्यम से चीन से अमेरिका में आता है.

रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि फेंटेनाइल को पौधों पर आधारित अवैध ड्रग्स की तुलना में अधिक आसानी से बनाया और वितरित किया जा सकता है,  जिनकी खेती और मार्केटिंग के लिए बड़े पैमाने पर इंटरप्राइजेज की जरूरत होती है.

रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल अमेरिका में सिंथेटिक ड्रग्स के अत्यधिक सेवन से 110,000 मौतें हुईं, जिनमें से दो-तिहाई से अधिक फेंटेनाइल से की वजह से हुई थी. .

फेंटेनाइल ‘प्रीकर्सर’ केमिकल को रोकना अमेरिकी सरकार की प्राथमिकता रही है. पिछले महीने, इसने फेंटेनाइल के आयात के आरोप में कम से कम 14 चीनी और कनाडाई फर्मों के खिलाफ प्रतिबंधों और अभियोगों की भी घोषणा की. आरोपियों  में से अधिकांश चीन में थे.

दोनों देशों के बीच फेंटेलाइन को लेकर रहा है तनाव
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में एक संपन्न केमिकल इंडस्ट्री का घर है. अमेरिकी अधिकारियों का तर्क है कि यह विशाल केमिकल इंडिस्ट्री मैक्सिको सहित अवैध ड्रग्स लैब में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का आपूर्ति बड़ा स्रोत है और अमेरिकी फेंटेनाइल संकट में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. मैक्सिको अब अब संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटेनल का सबसे बड़ा निर्यातक है.

चीनी सरकार ऐसे आरोपों से इनकार करती आई है और इसके बजाय नशीली दवाओं के उपयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को दोषी ठहराती रही है.