Israel Hamas War: इस बीच इजरायली रक्षा बलों ने सोमवार को कहा कि मुक्त किए गए 11 बंधकों का एक नया समूह इजरायल वापस आ गया है. इस बीच इजरायल ने अपनी जेलों में बंद 33 फ़िलिस्तीनियों को भी रिहा कर दिया.

Lsrael Hamas Deal Live Updates: इजरायल और हमास गाजा पट्टी में संघर्ष विराम को दो दिन बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं. कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में संघर्ष विराम के विस्तार की पुष्टि की है. बता दें कतर इस समझौते में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है. सीएनएन के मुताबिक इजरायल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि समझौते के तहत, हमास अगले दो दिनों में हर दिन 10 बंधकों को रिहा करेगा.
बाइडेन ने की टू स्टेट सॉल्यूशन की वकालत
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट कर कहा, ‘टू स्टेट सॉल्यूशन इज़रायली और फिलिस्तीनी दोनों लोगों की दीर्घकालिक सुरक्षा की गारंटी देने का एकमात्र तरीका है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इजरायली और फिलिस्तीनी समान रूप से स्वतंत्रता और सम्मान के साथ रहें, हम उस लक्ष्य की दिशा में काम करना नहीं छोड़ेंगे.’
हमास द्वारा छोड़े 11 और बंधक इजरायल पहुंचे
इस बीच इजरायली रक्षा बलों ने सोमवार को कहा कि मुक्त किए गए 11 बंधकों का एक नया समूह इजरायल वापस आ गया है. इजरायली और कतरी अधिकारियों के अनुसार, सभी दोहरी नागरिकता वाले इजरायली हैं. इज़रायल ने अपनी जेलों में बंद 33 फ़िलिस्तीनियों को भी रिहा कर दिया.
अब 69 बंधक और 150 फिलिस्तीनी रिहा
सीएनएन के मुताबिक अब तक, हमास ने 69 बंधकों को रिहा कर दिया है, जिनमें मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. इजरायल ने 150 फिलिस्तीनियों को रिहा कर दिया, जिनमें मुख्य रूप से महिलाएं और नाबालिग थे, जिनमें से कई को हिरासत में लिया गया लेकिन उन पर कभी आरोप नहीं लगाए गए.
शुक्रवार को लागू हुआ था संघर्ष विराम
बता दें शुक्रवार को गाजा में चार दिवसीय युद्ध विराम लागू किया गया था जो लगातार हवाई और जमीनी हमलों का सामना कर रहे गाजावासियों के लिए बड़ी राहत थी.
14,800 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत
वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर से 23 नवंबर के बीच गाजा में इजरायली हमलों में 14,800 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जो गाजा पट्टी में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य अधिकारियों से अपना डेटा लेता है. बयान में कहा गया है कि इसमें कम से कम 6,000 बच्चे और 4,000 महिलाएं शामिल हैं.