Jatin goswami Interview: जतिन गोस्वामी इन दिनों अरबाज खान के प्रोडक्शन में बनी पटना शुक्ला के चलते बिजी हैं. इस फिल्म में वह रवीना टंडन, सतीश कौशिल से लेकर चंदन रॉय सान्याल संग काम कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने जी न्यूज के साथ खास बातचीत की. पढ़िए जतिन गोस्वामी ने आखिर फैमिली और फिल्मों को लेकर क्या बताया.

जतिन गोस्वामी. एक ऐसे एक्टर जिन्हें ओटीटी ने खास पहचान दिलवाई. ‘गुलमोहर’, ‘गर्मी’, ‘दिल्ली क्राइम’, ‘हिट: द फर्स्ट केस’, ‘अनेक’, ‘द ग्रेट इंडियन मर्डर’, ‘बेताल’, ‘हम चार’ से लेकर ‘बाबूमोशाई बंदूकबाज’ जैसे ढेरों प्रोजेक्ट्स में उन्होंने शानदार काम किया है. बेशक इन्हें अभी तक लीड कमान न मिली हो लेकिन स्पोर्टिंग रोल में गहरी छाप छोड़ी है. ‘दिल्ली क्राइम’ का ‘बबलू’ हो या ‘गुलमोहर’ का ‘जितेंद्र’, हर रोल में वह फिट बैठे हैं. अब जल्द ही वह अरबाज खान के प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म पटना शुक्ला ला रहे हैं. इसमें दमदार नेता के रूप में नजर आने वाले हैं. ‘जी न्यूज’ के साथ खास बातचीत में उन्होंने अपने किरदार को लेकर खास डिटेल शेयर की है.
‘पटना शुक्ला’ की शूटिंग और रोल के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया, ‘वैसे तो फिल्म की शूट किए काफी समय हो चुका है. तब ठंड थी और हमने भोपाल में शूटिंग की थी. हमारी टीम काफी शानदार थी तो ऐसे में काम करने में भी काफी मजा आया. मेरा किरदार एक नेता का है. वह लड़कियों को आगे बढ़ाना चाहता है. वह समाजसेवा करता है. आगे चलकर बड़ा नेता बनना चाहता है. मगर एक दिन वो ऐसी दुविधा में फंस जाता है. तब कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ते हैं.’
कैसा रहा रवीना टंडन और शेफाली शाह के साथ काम करने का अनुभव
‘दिल्ली क्राइम्स’ में शेफाली शाह तो ‘पटना शुक्ला’ में लीड कमान रवीना टंडन के हाथ में हैं. तो फिल्में करने का अनुभव बताते हुए जतिन गोस्वामी ने कहा, ‘लीड एक्टर हो या एक्ट्रेस. कोई फर्क नहीं होता है. एक्टर का एक्सपीरियंस सेम होता है. हालांकि ये दोनों ही अदाकाराएं बेहतरीन हैं. जिनके साथ काम करने का अनुभव भी जोरदार रहा है.’
नेगेटिव रोल निभाने पर क्या बोले जतिन
जतिन गोस्वामी को करियर में नेगेटिव रोल ने ज्यादा पहचान दिलवाई है. इस पर उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने करियर में नेगेटिव और पॉजिटिव सब तरह के रोल निभाए हैं. आगे भी मैं हर तरह के किरदार करना चाहता हूं. थिएटर और सिनेमा में एक अंतर भी देखने को मिलता है. वहां सिनेमा के मुकाबले कम पैसा लगता है तो वह हर तरह के जोखिम उठाना पसंद करते हैं. मगर सिनेमा एक ऐसा काम है जहां काफी पैसा लगता है. तो सब ऐसा रिस्क लेने से बचना चाहते हैं. यहां अक्सर देखा चाहता है कि नेगेटिव रोल में फिट और हिट है तो उसी तरह के रोल मिले. मगर मैं कोशिश करता हूं कि हर तरह के एक्सपैरिमेंट करें.’
फैमिली, गांव और पढ़ाई लिखाई
एक्टर ने कहा, ‘मेरा जन्म हरियाणा के भिवाणी में हुआ. जहां से देश के कई पलहवान निकले हैं. लेकिन मेरी परवरिश दिल्ली में हुईं. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. साथ साथ मैंने थिएटर किया. बैरी जॉन के साथ कई नाटक किए. फिर शुरुआती पढ़ाई के बाद मैं पुणे एक्टिंग सीखने आ गया. शुरुआत में मुझे कई छोटे-मोटे काम मिले और फिर मुझे धीरे धीरे काम मिलने लगा. कुछ तो मैंने इंटरनेशनल फिल्म्स भी की. बॉम्बे समर नाम की फिल्म कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में गई और अवॉर्ड भी जीते. फैमिली की बात करें तो मेरा परिवार अब देहरादून में रहता है.’