डीजीपी की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि पुलिस की वर्दी जनता के प्रति प्रतिबद्धता, समर्पण और जवाबदेही का प्रतीक है. हमें इसका उपयोग करते समय अत्यधिक सावधानी और गंभीरता बरतनी चाहिए.


aajtak.in
- जयपुर,
- 15 मई 2024,
- (अपडेटेड 15 मई 2024, 2:10 PM IST)
राजस्थान पुलिस ने मंगलवार को अपने कर्मियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की जिसके मुताबिक उन्हें वर्दी में सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो, रील या स्टोरी पोस्ट करने से परहेज करने की नसीहत दी गई है, जो पुलिस के काम से जुड़े नहीं हैं. इस एडवाइजरी का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर पुलिस कर्मियों को सख्त विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
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राजस्थान पुलिस महानिदेशक यूआर साहू की ओर से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिये गये हैं. डीजीपी साहू ने कहा कि पुलिस कर्मियों के लिए वर्दी में अपने वीडियो, रील और स्टोरी पोस्ट करना या अपलोड करना नियमों के खिलाफ है, जिनका पुलिस के काम से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे विभाग की गरिमा और छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
उन्होंने कहा कि कंट्रोलिंग ऑफिसर ऐसे पोस्ट करने वाले कर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें. यूआर साहू ने राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों, कमांडेंटों और अन्य पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी ‘पुलिस से संबंधित कार्य के अलावा किसी भी प्रकार की वीडियो, रील, स्टोरी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट नहीं करेगा’.
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डीजीपी की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि ‘पुलिस की वर्दी जनता के प्रति प्रतिबद्धता, समर्पण और जवाबदेही का प्रतीक है. हमें इसका उपयोग करते समय अत्यधिक सावधानी और गंभीरता बरतनी चाहिए.’ डीजीपी यूआर साहू ने निर्देश में कहा है कि ‘सोशल मीडिया पर वर्दी में अनुचित सामग्री प्रसारित करना न केवल अनुशासनहीनता का संकेत है, बल्कि यह जनता के बीच विश्वास को भी कमजोर करता है.’